Compulsions Love Story - in Hindi

Compulsions Love Story – in Hindi

Hello Friend, मेरा नाम Priyanka है | मैं आपको अपनी Love Story आपको बताने जा रही हूँ | जब मैं 9th में पढ़ती थी तो मैं Tuition के लिए जाती थी | मेरी चचेरी बहन भी मेरे साथ ही वहां पढ़ती थी | वहां मुझे एक लड़का मिला | जिसका नाम Rohan था | हम दोनों एक-दुसरे को देखते थे | कभी-कभी हमारी नज़रें मिलती तो हम नज़रें झुका लेते थे | हमको ये तो पता था कि हम एक-दुसरे को पसंद करते है | मैं उसके बारे में थोडा बहुत दोस्तों से पता करवाया | उसके पापा Govt. Teacher हैं | कभी-कभी हम लोग Shop में मिलते थे | एक दिन उसका Massage आया | फिर हम दोनों एक-दुसरे से बहुत बातें करने लगे |

फिर मेरे घर पर पता चल गया और फिर मेरे घर वालों ने हमारे उपर की को नज़र रखने के लिए बोला | मैं फिर बाहर नही जाती थी और ना ही फिर हम एक-दुसरे से बात करते थे | ऐसे ही समय निकलता गया | एक दिन मैंने उससे बात करने की सोची लेकिन हिम्मत नही होती थी | हम एक-दुसरे को Class में देखते थे | एक दिन मैं Class में बैठी थी तो वो आया और मुझसे बोला कि आपसे कुछ बात करनी है | मैं उसकी बात करने गयी और उसने मुझे I Love You बोला | बाद में मेरी चचेरी बहन
भी वहां आ गयी और उसने उसे वहां से जाने को बोला | उसने बोला कि आज के बाद इसे मिलने की कोशिश मत करना | उसने मुझे हाँ या नास में जवाब माँगा और तब मैं उसे मजबूर होकर ना कर दी | क्योंकि अगर फिर घर पर पता चल जाता तो पता नही क्या हो जाता |

फिर 1 दिन बाद ही हमें 5 दिन की छुट्टियाँ हो रही थी | फिर जब छुट्टियों के बाद मैं उसे देखा तो उसकी आँखों में आंसूं थे | मैं भी उसे रोते देखकर बाहर को चली आई और रोने लगी | फिर उसके बाद मैं चुप सी होकर Class में चली गयी | फिर Class में Teacher भी था उसने उसे बोला कि तुम बाहर क्यों देख रहे हो | पढने पर ध्यान दो जब उसने उपर देखा तो उसकी आँखों में आंसूं छलक रहे थे | Teacher ने पूछा कि क्या हुआ तो वो बिना जवाब दिए हुए बाहर चला गया | मेरी भी चाहत थी कि मैं भी बाहर चली जाऊं लेकिन मैं नही गयी | फिर वो वापिस आया और मैंने उसे देखा लेकिन हम एक-दुसरे को कुछ बोल नही पाते थे | फिर जब हम 10th में हुए तो हम हमारे Tuition Batch अलग-अलग हो गये | हम बीच में एक-दो बार मिले लेकिन कभी हमारी बात नही हुई थी | बात होती तो मैं बताती कि तुमसे कितना प्यार करती हूँ | अब मैं किन्हें अपना दुश्मन कहूँ … अपनी चचेरी बहन को या अपनी दोस्तों को | पता नही मेरे साथ ऐसा क्यों हुआ |

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