Sirf Tum – Heart touching love story

Sirf Tum – Heart touching love story : मुझे पहले मालूम नही था कि प्यार क्या होता है। मै पहले physical attraction को ही प्यार समझता था जब मैं 10+2 मे था तब मेरी 15 girlfriends थी। मैं सब से बाते करता मैने उस वक्त 6 Sim Card लिए हुए थे सब लडकियो को MSG करता Facebook पर सारी सारी रात MSG करता रहता। जब कोई मुझे पुछता तो मैं उसे कहता मेरी 15 girlfriends है। सब लडकियो को मैने i love you कहा हुआ था सब से जीने मरने की कसमे खाई हुई थी। यह हाल सिफँ मेरा ही नही जिन लडकियो को मैं अपनी girlfriends समझता था वो भी मुझे i love you कहती मेरे लिए जीने मरने की कसमे खाती।कहते है जो जैसा हो उसे भी वैसा ही मिलता है। उस समय मेरी सारी girlfriend भी मेरी जैसी ही थी वो भी और लडको के साथ घुमने जाती और लडको से भी बाते करती यह सब मुझे पता था पर मैने कभी इस बात की परवाह नही की थी।
मैं हर लडकी को इस नजर से ही देखता मुझे नही लगता था कि आजकल भी कोई किसी से सच्चा प्यार कर सकता है। सच्चे प्यार से मेरा मतलब है सिफँ एक से ही प्यार वो वाला प्यार नही जो मैं पहले करता था। उस वक्त मैने कभी अपनी girlfriend के बारे मे भी ऐसा नही सोचा था मतलब अगर वो किसी और को भी i love you कहती तो मुझे ज्यादा फकॅ नही पडता था क्योकि जो मेरी पहली girlfriends थी वो आपस मे सहेलिया थी और उन मे से कुछ लडकियो का मेरे दोस्तो के साथ भी affairs था।
मैने B.Tech मे admission ले ली। मेरे college मे भी काफी लडकिया थी पर मुझे सभी एक जैसी ही लगती थी मैं उधर भी लडकियो से दोस्ती करता पर अब मेरी girlfriends की गिनती 3-4 ही थी।

सब college मे मुझे play boy कहते तो मैं बहुत खुश होता मैने तब न्या pulsar लिया था उस पर भी मैने play boy लिखवाया हुआ था मैं इन सब को बहुत अच्छा समझता था।
तब मेरी life मे एक लडकी आई जिसका नाम Jasmeen( बदला हुआ नाम ) था। पहले वह समझती थी कि मै सब से मजाक करता हुँ वैसे ही मेरी image खराब ( play boy वाली) है । क्योकि वो लडकी वैसी नही थी जिसे मैं बाकि लडकियो की तरह समझता था उस से भी मे i love you कहता पर उसे मुझे कभी नही i love you बोला था अगर मैं उसे कहता तो वो कहती मैं तुम्हे i love you क्यो कहु मैं तो तुम्हे प्यार करती नही हुंँ। ( वो झूठ बोलती थी) मैं उसे हर समय i love you कहता ( मैं भी उससे झूठ बोलता था।)
उस समय मुझे सही मे i love you का मतलब नही पता था मैं इस को ही प्यार समझता था। यह सब तो केवल physical attraction थी।
मै हर बात मे उससे झूठ बोलता था जैसे कि मेरा किसी लडकी से कभी affair नही हुआ है। मैने कभी किसी लडकी से phone पर या internet पर chat नही की मैंने कभी किसी लडकी को touch नही किया आदि।

वो भी हर बात पर मुझसे झूठ बोलती थी जैसे वो मुझे कहती थी उसके पहले भी कई boy friends थे। वो अभी भी कई लडको को phone करती है उसके कई लडको के साथ relations रहे है।
आज तक सही कहते है कोई लडकियो को नही समझ पाया है। वह झूठ बोलती थी और मैं उसकी हर बात को सच मानता था। मै उसे नही छोडना चाहता था फिर भी मै उसे कह देता तो कोई फकॅ नही पडता मुझे। क्योकि वो college की सबसे सुन्दर लडकी थी मेरी तरह कई उसके दिवाने थे।
हमारा एक semester ऐसे ही flirt करते करते निकल गया। कहते है कि प्यार अंधा होता है वो सही था अगर वो मुझे किसी लडकी के साथ देख भी लेती तो उसे मैं कुछ झूठ बोल देता। वो बहुत प्यार करती थी इसलिए मेरा हर झूठ सच मान लेती।
वो प्यार मे काफी serious थी पर मेरे लिए तो यह मजाक से कम ना था इसलिए तो मै उसके साथ भी वैसा व्यवहार करता जैसा मै बाकि लडकयो के साथ करता था। मुझे नही मालूम था लडकिया ऐसी भी हो सकती है। मैं इतनी लडकियो के पास रहा पर मुझे नही मालूम था कि लडकिया ऐसी भी हो सकती है।

हमारा college मे last semester था उसने मुझे एक लडकी को canteen के पीछे kiss करते देख लिया। बस वो हर दिन मेरे जीवन का turning point था जब मुझे लगा कि मैने कुछ गलत किया है। बस उस दिन के बाद वो मुझ से दुर रहने लगी उसने मुझे बुलाना बंद कर दिया पहले तो मैने कुछ ज्यादा ध्यान नही दिया क्योकि और लडकिया भी थी मेरी life मे। पर फिर भी मुझे हर समय सूना सूना लगता मेरा कई बार उसे मनाने को दिल करता।
मैने एक बार उसे रोक कर पुछा क्या बात हुई तुम आजकल दुर रहती हो तो उसने कहा

वो – मुझे तुमसे ऐसी उमीद ना थी।
मै – पर क्या हुआ
वो – वो kiss क्या थी
मैं – kiss, its normal यार यह सब तो चलता है।
वो – यह normal है
मैं – हा तुम्हारे भी तो कई लडको के साथ relations रहे है।
वो – तुम्हे किसने कहा मेरा कभी boy friend रहा है।
मैं – तुमने तो खुद ही कहा था।
वो – वो तो मैं झूठ बोलती थी। मैने सिफँ तुमसे प्यार किया था पर तुमने मुझे बहुत ददॅ दिया है। मुझे तुमसे यह उमीद नही थी।
मैं – ( कुछ ना बोल सका)
वो – तुम तो कहते थे तुम्हारा किसी और लडकी के साथ affair नही है वो सब क्या था i love you बोलना क्या था।
मै – sweet heart वो तो…….
वो – बहुत गुस्से मे sweet heart ना कहो मुझे अगर आगे से तुम मेरे रास्ते मे आए तो बहुत बुरा होगा।
( उस समय उसकी आंखो मे आंसु थे)

उसे काफी ददॅ दिया था पर उस समय मुझे कुछ मालूम नही था। पर कुछ देर बाद ही मुझे इस बात का एहसास होना शुरू हो गया था। कि मुझे उससे प्यार हो गया था। कुछ देर बाद मुझे उसकी याद आनी शुरू हो गई। मैने सभी लडकियो से बात करनी छोड दी थी। मैं हर समय tension मे रहता उसके पास जाने का मौका देखता। कहते है अगर एक बार विश्वास टुटु जाए तो दोबारा नही बन सकता मेरे साथ भी वही हुआ जब भी मैने उसके पास जाने की कोशीश की मैं उसके गुस्स् का शिकार हुआ।
अब मुझे समझ आ गया था कि प्यार क्या होता है। प्यार से दुर जाने का ददॅ क्या होता है। मुझे समझ मे आ गया था। पर जो मेरा प्यार था वह मुझ से रूठ गया था अब मैं उसे मनाने की हर एक कोशीश करता पर वो कहा मानने वाली थी वो ना तो मेरा phone उठाती और ना ही कभी मेरे साहमने आती।
हमारे break up को 6 महीने हो गए थे । मै उसे मनाने की हर कोशीश कर रहा था। पर मैं इस सब मे सफल नही हो पा रहा था।
उस दिन college का आखरी दिन था मुझे पता था कि अगर मैने उससे आज बात ना की तो वो कभी भी मुझे नही मिल पाएगी। वो भी मुझसे प्यार करती थी इसलिए तो जब मैने उसे रोका तो।
मैं – please सिफँ मुझे अपनी life के 10 मिंट दे दो मैं फिर तुम्हारे रास्ते मे नही आऊगा।
वो – sure तो फिर तुम मुझे कभी तंग नही करोगे।
मैं – God promise कभी तुम्हे तंग नही करूगा जो तुम चाहोगी वो ही होगा।
( वो मान गई मुझसे अकेले मे दस मिंट मिलने के लिए क्योकि वो भी मुझसे सच्चा प्यार करती थी। )
हम दोनो canteen मै बैठ गए मैने दो cold drink मगवा ली पर पी किसी ने भी नही
वो – बताओ क्या कहना चाहते हो तुम।
मैं – really sorry
वो – अब इन सब बातो का कोई फायदा नही है।
( अब मुझे समझ आ गया था कि लडकिया जो बोलती है वो होता नही है जो होता है वो बोलती नही है।)
मैं – i love you
वो – मैं कई बार सुन चुकी हुँ और देख भी चुकी हुँ। ( उसका इशारा canteen के पीछे वाली घटना पर था)
मैं- मुझे मालूम है मैने तुम्हारा काफी दिल दुखाया है पर अगर तुम मुझे एक मौका दो तो……
वो – please अब ऐसी बात ना करो इन सब का कोई फायदा नही।
मैं – please
( अब उसकी आंखो मे आंसु आ गए थे। यह देख कर मेरे दिल मे ददॅ हो उठा।
मैं – please तुम रो मत
वो – तुम्हे क्या
मैं – अगर मै कहू मुझे ददॅ महसूस होता है तो तुम समझोगी मैं झूठ बोल रहा हुँ।
वो – हां सही है मैं तुम पर विश्वास कैसे करू।
( मुझे दिखाने के लिए वो मुस्कुराने लगी। तब मैने उसे कहा।)
मैं – दिल तुम्हारा ददॅ से भरा है और फिर भी तुम मुस्कुरा लेती हो।
वो – अब तो आदत हो गई है दिल के टुटने की।
( जब उसने यह कहा मेरी आंखो मे भी आसु आ गए सच मे मेरा दिल ददॅ से तडप रहा था।
वो – तुम्हे क्या फकॅ पड सकता है। तुमे कोई नाटक करने की जरूरत नही है।
मैं – यह नाटक नही है मेरे दिल का ददॅ है।
वो – तुम्हे भी ददॅ होता है मुझे आज पहली बार पता लगा है कि दिल तोडने बालो का भी दिल टुट सकता है।
मैं – तुम यकीन करो या ना करो मेरा सच मे दिल सिफँ तुम्हारे लिए तडपता है।
वो – अब लगता है दस मिंट हो गए है मुझे अब जाना चाहिए। तुम्ने वायदा किया था कि आज के बाद तुम मुझे कभी तंग नही करोगे। मै तो सिफँ यहा इसलिए आई थी कि तुम मुझे बाद मे तंग ना करो मुझे अपनी life जीनी है।
मैं – हां मैने कहा था कि मैं आगे से कभी तंग नही करूगा। अब तुम जो चोहोगी वही होगा सच मे मैने तुम्हे बहुत दुख दिया है अब मैं तुम्हे और दुख नही देना चाहता।
वो – अच्छा मै चलती हुँ।
मैं – अब तो मुझे लगता है मै तुम्हे रोकने का हक भी नही रखता दिल जो तोडा है मैने तुम्हारा
( वो उठ गई और जाने को तैयार थी पर उसकी आंखो मे आसु थे। पर वो एकदम से रूक गई उसने पुछा )
वो – क्या तुम्ने कुछ कहा।
( मैने कुछ कहा नही था पर शायद मेरे दिल की आवाज थी तो उस तक पहुच चुकी थी)मैं – हां
वो – क्या
मैं – जो तुमने सुना
फिर हम दोनो चुप कर गए हम दोनो लगभग 10 मिंट एक दुसरे की तरफ देख रहे थे वह भी कुछ ना बोल पा रही थी और मेरे पास भी शब्द ना थे। पर हमारे दिल अापस मे बाते कर रहे थे।
मैं – क्या आप से एक बात कर सकता हुँ।
वो – क्या कुछ बचा है अब कुछ कहने को
मैं – बचा तो नही पर
वो – पर क्या
मैं – मुझे लगता नही तुम कभी मानोगी शायद मैने काम ही ऐसा किया है। मै तुम्हे कभी इस बात के लिए तंग नही करूगा क्योकि मैने तुम्हे वायदा जो किया है। अब तुम मानो या ना मानो पर मैं आज तुम से सच्चा प्यार करता हुँ। तुम महसूस कर सकती हो आज मेरी आवाज मे सच्चाई है।
वो – अब मै फिर विश्वास नही कर सकती
( फिर एक दम से समय रूक गया हम एक दुसरे की तरफ देख रहे थे मुझे कुछ सुनाय़ी नही दे रहा था सिफँ उसकी आंखो मे दबा हुआ प्यार और ददॅ)
वो – अच्छा मै जाऊ।
मैं – हा पर क्या मै आज तुम से कुछ मांग सकता हुँ। मुझे पता है मुझे इस बात का हक नही है पर…..
वो – हां कहो।
मैं – क्या मै आपका इतजार कर सकता हुँ।
वो – यह तुम्हारी मजीॅ है मै तुम्हे कुछ कह सकती हुँ।
मैं – अब से मै सिफँ तुम्हारा इतजार करूगा चाहे सारी उमर बीत जाए अगर तुम्हे कभी भी लगे मेरा प्यार सच्चा था तो तुम वापिस आ जाना मैं तुम्हारा इतजार करूगा। मै तुम्हे कभी phone या मिलुगा भी नही बस हर रोज सुबह sorry का message करूगा जिस दिन तुम्हे लगे कि मुझे message नही करना चाहिए बस एक message कर देना मै वो भी बंद कर दुगा।
फिर हम दोनो चुप से हो गए पता नही कितना समय़ ऐसे ही खडे रहे फिर उसके mobile की ring हुई उसने अपने आसु साफ किए और चली गई।
आज इस बात को 6 महीने हो गए है मै रोज इस उमीद मे उसे message करता हुँ कि वो मान जाए। मैं आज भी उसके इतजार मे हुँ।

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