आजकल लोगों में फ़ोन का क्रेज बहुत बढ़ चुका है | नए एंड्राइड फ़ोनों का चलन बहुत हो गया है जिसकी लत बच्चो को गलत रस्ते पर लेके चली जाती है |इस बात का एहसास मुझे तब हुआ जब मेरी 12 वीं की परीक्षा का परिणाम मेरे हाथ में आया |
मैं पिहू अपने पापा की होनहार बेटी कही जाती थी | 10 वीं की परीक्षा में मैंने 98 प्रतिशत अंक प्राप्त किये थे | आगे चल कर मुझे डॉक्टर बनना था | इतने अच्छे नम्बरों से पास होने पर मैंने अपने पापा से मुझे एक महंगा एंड्राइड फ़ोन दिलाने के लिए बात की | पहले तो घर में सभी इस बात को लेकर नहीं मान रहे थे पर मेरे बार बार जिद करने के बाद उन्होंने मुझे एक नया और महंगा फ़ोन लेकर दे दिया |
नए फ़ोन की लत मुझे ऐसी लगी की मैं खाना-पीना , सोना-जागना , पढना आदि सब भूल गयी थी | बस दिन रात फ़ोन पर दोस्तों के साथ चैटिंग करना शुरू हो गया था |
इस बात की खबर मेरे मम्मी और पापा को भी हो गयी थी | पर उनके कई बार समझाने पर भी मैं फ़ोन छोड़ने के लिए तैयार नहीं थी | मेरा मन ये बात मानने को राज़ी नहीं था | एक पल भी मैं अपने फ़ोन से दूर नहीं रह पाती थी |
मेरी 12वीं की परीक्षा पास आई पर मैं पढाई पर ध्यान ही नहीं लगा पा रही थी | फिर होना क्या था मेरे 12वीं की परीक्षा में 50 प्रतिशत नंबर भी नहीं आये | मेरा डॉक्टर बनने का सपना वही टूट गया और मैं रोने लगी |
मैं अपनी उस भूल पर बहुत पछताती हूँ | सिर्फ उस गन्दी लत के कारण मेरा किसी भी कॉलेज में दाखिला नहीं हो सका |