दोस्तों, आज मै आपके साथ अपनी ज़िन्दगी का वो हिस्सा शेयर करूँगा जिसको न तो मै कभी भुला पाया और न ही कभी भुला पाऊँगा। ये बात मेरे कॉलेज के दिनों की है, उस समय मुझे एक लड़की से बेपाना महोबत्त हो गयी थी। लेकिन उस लड़की ने आज तक मुझे कभी नहीं बुलाया और मेरे पास इतनी हिम्मत ही नहीं थी के मै उसे अपनी दिल की बात कह पता। उस समय मई बहुत ही सीधा-साधा दिखने वाला आम व्यक्ति था। मै मेहनती तो था और अब भी हूँ लेकिन मै उतना चॉर्मिंग और हैंडसम बही था। वो जब भी मेरे पास से गुज़रती तो मुझे यु लगता की मेरा सामना जानत से हो गया है। मै हर समय उसकी एक झलक को देखने के लिए तरसता था। वो बहुत ही ज़्यादा इंटेलेगेंट थी, सभी उसके बारे में अच्छा ही कहते थे।
एक दिन उसने गुज़रते हुए मुझे बुलाया, तब मुझे लगा शायद वो भी मेरी तरफ आकर्षित हो रही है। मैंने उसको अपनी दिल की बात कह दी। मैंने उसे कहा –
“तुम बहुत ही सुन्दर हो और मै तुमसे बहुत प्यार करता हूँ”
इतना सुनते ही उसने मेरे मुँह पर ज़ोर से तमाचा मारा। मै हैरान हुआ, तब मुझे लगा के मैंने अपनी ज़िन्दगी की बहुत ही बड़ी गलती कर दी। उस रात मई एक कोने में बैठ कर बहुत रोया। मैंने खुद को बहुत कोसा के मैंने ऐसा क्यों किया। शायद वो मेरी ज़िन्दगी की सबसे बड़ी गलती थी।
उस दिन को लेकर मेरी पूरी कॉलेज लाइफ में उसने कभी मेरी तरफ देखा भी नहीं। न तो उसने ये बात किसी को बताई और न ही उसने मेरे साथ बात की। आज तक मै खुद को कोस्टा हूँ के मैंने ऐसा क्यों किया और तो और मैं अब तक उसे न भुला पाया, न ही कभी भुला पाऊँगा। वो मेरी ज़िन्दगी में कल भी थी और आज भी है और हमेशा ही रहेगी। भगवन करे वो जहा भी है वो हमेशा खुश रहे और हो सके तो मुझे याद रखे। मै तोह कभी उसे भुला नहीं पाऊँगा बल्कि अपनी पूरी ज़िन्दगी उसे याद रखूँगा और मुझे नहीं लगता के अब मई अपनी ज़िन्दगी किसी और को दे पाऊँगा।