हेलो फ्रेंड्स, आज मै आपको अपनी दर्द भरी प्रेम दस्ता सुनाने जा रही हूँ। मेरा नाम रिया है और मैंने आज तक कभी प्यार नहीं किया था। ये मेरा सच्चा प्यार था जिसके साथ मैंने अपनी पूरी ज़िन्दगी गुजरने के सपने लिए थे। ये मेरा सच्चा और पहला प्यार था और शायद आखरी भी। दोस्तों आखरी इसलिए क्योंकि मुझे नहीं लगता अब मै कभी किसी के साथ दोबार प्यार कर पाऊँगी।
ये बात उन दिनों की है जब मई कश्मीर की गलियों में गर्मी की छुटियाँ बिताने अपने ननु के घर गयी थी। जब मै वहाँ से वापिस लोट रही थी तो ट्रैन में मेरी मुलाकात सोहन से हुई। हम तभी से एक दुसरे को जानने लगे और फील देखते ही देखते हमारी दोस्ती हो गयी और फिर दोस्ती से सीधा प्यार। ये सब कुछ बहुत ही जल्दी हो गया और मुझे बिलकुल भी अंदाजा बही था के कभी ऐसा भी होगा और इतनी जल्द होगा।
फिर कुछ दिनों के बाद हमारा प्यार यहाँ तक पहुँच गया के हमने शादी की डेटेड भी फिक्स कर ली। फिर कुछ दिनों के बाद हमने कही जाने के लिए। टिकट्स बुक कर ली। जब हमारी टिकट्स बुक हो गयी यो हमने सोचा के क्यों न हम किसी और दिन प्रोग्राम बनाये शादी के बाद। हम कुछ दिनों के लिए रुक गए। बाद में सोहन को कोई ज़रूरी काम आ गया। सोहन कहने लगा चलो मै कुछ दिनों के बाद आऊँगा। मैंने कहा ठीक है मई तुम्हारा वेट करुँगी। जब शादी का दिन आ गया तो मई बिलकुल तैयार कड़ी थी उसका वेट कर रही थी मगर वो नहीं आया। उस दिन पूरा दिन मैंने उसका वेट किया मगर उसका कोई अता -पता नहीं था।
उस दिन के बाद सोहन कभी लोट कर वापिस नहीं आया। वो जहा भी है भगवन करे ठीक -ठाक हो। भले ही वो मुझे नहीं मिला मगर मई चाहती हुनके वो सही सलामत रहे। उसी दिन मेरी प्रेम कहानी भी ख़तम हो गयी।