हेलो फ्रेंड्स, मेरा नाम है सबीना और आज मैं आपको आपके प्यार के दुःख भरे किस्से बताने वाली हूँ। इन किस्सों को सुनकर आप भी दुखी हो जायेंगे और सोच में पड़ जायेंगे। मैंने प्यार किया तो वो भी खुदगर्ज़ इंसान के साथ जिसके पास इतनी हिम्मत ही नहीं थी की वो मुझे दुनिया घूमा सके और मेरा सामना अपनी दुनिया से करवा सके। मैंने महोबत्त की कशिश से, कशिश मुसलमान था और उसके धरम में वो हिन्दू लड़की के साथ प्यार नहीं कर सकता था। उसने मुझसे प्यार तो किया मगर दुनिया के सामने अपने प्यार को न ला पाया।
कशिश और मै एक बाग़ में मिले थे। मैं रोज शाम को वहाँ जाया करती थी। एक दिन कशिश भी वहाँ आ गया। वो अपने छोटे भाई को घूमने लाया था। हमारी उस दिन मुलाकात हुई और पहली ही मुलाकात में प्यार। इस प्रकार हम दोनों मिलने लगे और हमारी महोबत्त गहरी हो गयी। मगर जब मैंने कशिश के साथ शादी की बात की तो उसने साफ़ इंकार कर दिया। उसने कहा मेरा धरम किसी और धरम के साथ निगाह करने की इजाज़त नहीं देता।
उसकी ये बात सुनने के बाद मेरा दिल टूट गया और मैंने उसी दिन अपना रिश्ता उसके साथ ख़त्म कर दिया। मई ऐसा करना तो नहीं चाहती थी लेकिन मेरे पास और कोई चारा नहीं था। इस तरह आज मेरे पास दर्द और पश्तावे के बिना कुछ नहीं बचा। मैं उससे आज भी बेइन्तहां महोबत्त करती हूँ। शायद उसे मुझसे ज़्यादा अपना धरम प्यारा हो।
Ha sister main aap ka pain samjh sakte hu jab hamare patner duniya k samne apna reshta axcept na kare to bahout dard hota hai acha kya aapne jo os se reshta tod leyea aise darpok sewaye game khelne k alwa kuch nahe kar saktea