यह मेरे पहले प्यार की सच्ची कहानी है। इसमें बहुत दरद भरा हुआ है। जो मैं आज तक भी नहीं भुला पाया।शायद मैं ही गलत था जो आम लड़को की तरह नहीं था।मेरी जिदंगी में एक लड़की आयी मैं उसे बहुत प्यार करता था।शायद आज भी करता हुँ। उसका नाम F********* था जो लवली विश्ववविधालय में आई॰टी course करती थी।ओर हमारे घर में Paying Guest के तोर पर रहती थी। हम दोनों छुप कर मिलते हर वक्त फोन पर बातें करते एक दूसरे को रात-रात भर Message करते। मतलब हम एक दुसरे के बिना एक पल भी नहीं रह सकते थे।उस वक्त उसकी आयु 17 साल की थी और मेरी 20 साल थी। वो समय मेरी जिदंगी का Golden Period था।
मैं उसकी हर इच्छा पूरी करना चाहता था। उसे हर वक्त खुश रखना चाहता था पर क्या करे किस्मत को कुछ और ही मंजूर था मेरी यह खुशी ज्यादा दिन ना रह सकी।जब हम घर में दोनो ही होते तो वो मेरे से कुछ एेसा चाहती जो मेरे Moral Values नहीं करने देती।शायद वो भी इस में गलत ना थी।पर क्या था उसे लगने लगा मैं उस से प्यार नहीं करता या मेरी जिदंगी में कोई और है। बस इन्हीं कारणो के कारण वो मुझ से दुर जाने लगी।पर असली बात तो यह थ है। कि मैं आज भी उस से बहुत प्यार करता हुँ। इसी कारण में आज शादी भी नहीं कर पा रहा हूँ।