आजकल हमारे भारत में पानी की बर्बादी करते लोग दिखाई देते हैं| उन्हें ये नहीं पता कि आज हमें धरती पर रहकर पानी की कितनी ज़रूरत है | धरती में पानी का स्तर इतना गिर गया है कि आज ज़रुरतमंदों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है |
एक भारतीय होने के नाते मैं आज इस बात पर पछतावा करता हूँ कि मैं कुछ समय पहले पानी की बहुत बर्बादी किया करता था जैसे कि अपनी गाड़ी को खुले पाइप से धोना , दुकान के बाहर पानी का अनियमित रूप से बहाव करना आदि | मुझे उस समय सफाई करने का जैसे भूत चढ़ गया था | अपनी नासमझी के चलते मैंने पानी को बर्बाद किया है | आज हमें पानी की बहुत दिक्कत झेलनी पड रही है | पीने के लिए पानी नहीं मिलता | लोग प्यासे मर रहे हैं |
मेरी नासमझी को अपने लिए एक उदाहरण समझ कर आप लोग ऐसा मत करना | भारत के हर नागरिक को अपना फ़र्ज़ सही ढंग से निभाना चाहिए | नहीं तो अग्र वर्षों में पानी भी दूसरे देशों से निर्यात करना पड़ेगा | पानी पर भी बहुत भरी मात्रा का टैक्स भरना पड़ेगा | पानी मुफ्त नहीं बल्कि पैसो में मिला करेगा |