मै Ludhiana की रहने वाली हुँ। यहा पर मै कोई प्रेम कहानी लिख रही हुँ। पर यह हमारे समाज की एक सच्चाई है। कि आज भी लडका लडकी अगर इक्ठठे बैठे हो तो उन्हे गलत नजर से देखते है। ल़डका लडकी इक्ठठे कही घुमने नही जा सकते हमारे समाज मै एक लडका लडकी को सिफँ Boyfriend या girlfriend ही समझता है। हम कौन सी दुनीया मे रहते है रहा हम आजाद होने की बात तो करते है पर हमे सच मे आजादी नही मिली है। आज भी हम उन पुरानी बातो के गुलाम है जो सिफँ यह समझते है कि लडका लडकी दोस्त नही हो सकते। मै यहा पर अपनी सच्ची कहानी आप को बताती हुँ। मै college मे पडती हुँ पर मै यहा अपने college का नाम नही लिखुगी।
हमारे college और लडको के college के बीच एक park है जहा हम अक्सर आ कर बैठ जाते है। हमारे college की लडकियां और उधर वाले college के लडके आ कर वहा park मे कभी कभी मिलते है। park मे मिलना या एक बैंच पर इक्ठठे बैठना कोई गलत बात तो नही है। न हि हमारे देश मे कोई कानून ऐसा है कि लडका और लडकी एक park मे नही बैठ सकते मै भी उस park मे जाया करती थी जहा मेरी मुलाकात राज(बदला हुआ नाम) नाम के लडके से हुई। जल्दी ही हम दोस्त बन गए वो भी सिफँ दोस्त आज तक हमारी दोस्ती को लगभग 2 हो गए है। पर हमने एक दुसरे से कभी प्यार आदि कभी नही बोला हम दोनो सिफँ अच्छे दोस्त है। यह बात हम दोनो के घर वालो को भी पता है कि मै उस से मिलती हुँ। वो भी कभी कभी हमारे घर भी आ जाता है। या कभी कभी मै भी उसके घर चली जाती हुँ। पर पुराने विचारो के लोग इस बात को नही समझ सकते बात यह हुई कि हम दोनो रोज की तरह अपने college के साहमने वाले park मे बैठे हुए थे।
हमारी तरह कुछ और लोग भी बैठे थे जिनमे कुछ लडके लडकिया भी थे। दोपहर 11:30 हुए थे कि अचानक पुलिस ने park को चारो तरफ से घेर लिया कुछ लडके लडकिया एक दम से पुलिस को देख कर भागने लगे कुछ भागने मे सफल भी हो गए कुछ को पुलिस ने पकड लिया । हम दोनो वहा बैंच पर बैठे रहे। पर राज मुझे कह रहा था चलो यहा से भागे पुलिस आ गई है पर मैने उसे रोका और कहा कि हमारे मन मे कोई पाप नही है इसलिए हमे डरने की जरूरत नही है इतने मे एक पुलिस वाली टीम हमारे पास पहुच गई और हमे उठने का इशारा किया हम उठ कर खडे हो गए तो जो उनकी अफसर थी वह भी एक अौरत थी उसने मुझ से पुछा यहा क्या कर रहे हो। मैने कहा madam हम दोनो college मे पडते है जब free time होता है तो हम यहा आकर बैठ जाते है तो उसने कहा भाई बहन हो मैने कहा madam हम भाई बहन नही है हम दोस्त है। इसमे क्या बुराई है। क्या हम दोनो ने यहा park मै बैठ कर क्या कोई पाप किया है।तो उसने कहा पाप तो पता नही तुम दोनो को हमारे साथ पुलिस स्टेशन जाना पडेगा पर मैने कहा क्या मैडम हमने कोई कानुन तोडा है यहा कही लिखा हुआ है कोई park मे नही बैठ सकता या एक लडका लडकी park मे नही बैठ सकते इसलिए आप ही बताए इसमे गलत क्या है। मेरे इतने कहने पर वो बहुत गुस्से मे आ गई। और कहा जुबान लडाती है। मै तेरे घर वालो को यही बुलाकर तेरी सारी अक्कड ठिकाने लगाती हुँ। यह कह कर उन्होने सिफँ हम दोनो को अपने साथ पुलिस स्टेशन लेकर चले गए और बाकि लोगो को वहा warning देकर छोड दिया। पुलिस स्टेशन जाते ही उसने पुछा कि तेरे पापा का नाम और फोन नम्बर बता मैने कहा मैडम Mr. walia (बदला हुआ नाम) तब मैने फोन नम्बर बताया तो सारा पुलिस स्टेशन के लोग खडे हो गए तब सब ने बताया कि यह Mr. walia कि लडकी है। मैडम ने कहा मुझ से गलती हो गई मुझे नही पता था कि आप उनकी लडकी हो अगर आप पहले ही बता देते तो आप को मै यहा कभी नही लेकर आती। मैने कहा मैडम अगर मैने कुछ गलत किया होता तो मै आप को कुछ explanation देती रक मैनेकोई गलत काम किया था इसलिए हमे डरने की जरूरत नही थी फिर मैडम ने कहा please जो हो गया उसे भुल जाओ आओ आपको जहा जाना है हम आपको वहा छोड देते है। मैने कहा आप फिक्र न करे मैने driver को call कर दी है वो आता ही होगा हम दोनो तो आसानी से बाहर आ गए शायद मेरे पापा के नाम से। पर आम साधारण लोगो से यह कैसा व्यवहार करते होगे यह कहा नही जा सकता।