Hello दोस्तो, मैं आपको अपनी कहानी बताता हूं | हमारा परिवार पहले किराये पे रहता था तो यहां हम रहते थे वहां पड़ोस का ही एक लड़का था जिसके साथ हम सब बच्चे खेलते और पढ़ते थे और रात को छत पर काफ़ी देर तक बातें किया करते थे और शायद मज़ाक में ही उसने कहा कि वो मुझे पसंद करता है और हम दोनों बहुत बातें करते थे | मुझको भी उससे बातें करना अच्छा लगता था | फिर हम दोनों इसी तरह बातें करता और समय बीतता चला गया फिर हम बड़े हुई | फिर मैं आगे डिग्री कर रही थी और वो Job करने लगा | मैं उसे फ़ोन करती उस समय मेरे पास फ़ोन नही था मैं बाहर STD पर जाकर उसे फ़ोन करती थी | फिर कुछ दिन ऐसे ही चलता रहा और कुछ दिन बाद उसका बात करना कम हो गया | अब हम लोग मिल भी नही पाते थे और कुछ देर बाद पता चला कि वो किसी लड़की के चक्र में पड़ गया है | उससे बात करता है | वो लड़की उससे उम्र में भी बड़ी थी | मैं कई दिन तक रोती रही लेकिन उसे कोई फर्क नही पड़ा | फिर मैं भी अपनी पढ़ाई पर ध्यान देने लगी और फिर Job करने लगी | कुछ महीनों बाद उस लड़की ने उसे छोड़ दिया और वो मुझसे फिर से बात करने लगा | फिर से हम लोग खुश रहने लगी और वो थोड़ा मजाकिया था | मेरी डिग्री अब पूरी हो गयी और वो भी कहीं दूसरी जगह Job करने लगा जिसमें उसे बाहर जाना पड़ता लेकिन हमारी फ़ोन पर आपस में बात होती थी | एक दिन मैंने उसे फ़ोन किया तो उसका फ़ोन Busy था | मैंने उसे पूछा तो बताया कि वैसे से दफ्तर में एक लड़की से मज़ाक में बात चल रही थी | मैंने कहा चलो कोई ना …. ठीक है | लेकिन फिर दुसरे दिन फिर फ़ोन Busy था तो मरे पूछने पर वो चिलाने लगा | फिर मैं समझ गयी कि कुछ तो बात जरुर है तो मैं पता करवाया तो उसके दफ्तर में एक लड़की है Sanjana जिससे उसकी बात चलती है | मुझे समझ में नही आ रहा कि मैं क्या करूं | मैं रोती रहती थी और बहुत परेशान रहती थी | एक दिन पता चला कि वो उसके साथ Pune जा रहा है | एक दिन मुझे कहीं से उसकी Girlfriend का No. मिला और मैंने उसे Message किया और उसने Reply किया कि कौन | मेरे Boyfriend ने उसे मेरे बारे में बताया था और मैं कहा कि मैं Tina | फिर उस लड़की ने उसे बताया कि मेरा फ़ोन आया था | फिर वो मेरे घर पर आया और उसने मेरी मम्मी को बोला कि आपकी बेटी मेरे पीछे पड़ी है और वो मेरे से बात नही करना चाहता | ये सुनकर मेरी मम्मी ने मुझे बहुत डांटा | मैं उस दी बहुत रोई कि उसने मेरे बारे में नही सोचा कि मेरे क्या होगा | फिर उस दिन से मुझे उससे नफरत हो गयी | मैंने बहुत मुश्किल से खुद को संभाला और मेरी उस समय ऐसी हालत थी कि शायद मैं आत्महत्या कर लेती लेकिन मेरी दोस्त ने मुझे बहुत समझाया और मैं खुद को Busy रकने लगी और उसे भुलाने की कोशिश करने लगी क्योंकि वो मेरे घर के पास ही रहता था और मुझे उसकी हर बात पता चलती थी और फिर मुझे ये पता चला कि उस लड़की ने उसे धोखा दिया जिसके लिए उसने मेरी मम्मी के सामने मेरी बेइजती की थी वो ही उसे धोखा दे गयी | मुझे अपने Boyfriend के लिए थोड़ा दुःख हुआ लेकिन मैं अपनी दोस्त के साथ कहीं दूसरी जगह Job करने लगी | अब मैं खुश रहती थी | फिर ऐसे ही 2 साल बीत गये | फिर 2015 में June की शाम को मुझे एक Unknown No. से फ़ोन आया और ये फ़ोन वो कर रहा था | मुझे कुछ भी पता नही चल रहा था कि मैं खुश हूं या दुखी क्यूंकि फिर भी वो मेरा पहला प्यार था | और फिर भी मैंने बोला कि मैंने तुझसे बात नही करनी और वो बोला कि थोड़ी देर के लिए ही बात कर लो लेकिन मैंने फ़ोन काट दिया और जब मैं घर पहुंची तो वो मुझे रास्ते में मिला | वो कुछ दिन मझे ऐसे ही फ़ोन करके परेशान करता रहा | वो हमारे घर जान-बुझकर आता और वो मेरे भाइयों से भी बात करता था | और फिर मैंने सोचा कि शायद वो सुधर जाए और मैं भी मान ही गयी और फिर से हमारी बात होती रही और हम दोनों मिलते थे और अच्छे से रहते थे | मैं बोलती कि हम शादी करेंगे तो कहता कि मेरे घर वाले यहीं मानेगे वहीं शादी करूंगा | बोलता कि अगर बात करनी है तो करो लेकिन शादी नही कर सकता | मैं उसे छोड़ भी नही सकती क्योंकि उसे बचपन से प्यार करती हूं |
हम दोनों बात करते हैं लेकिन मैं खुद फ़ोन करती बन लेकिन वो खुद बहुत कम फ़ोन करता है और आगे से बोलता है कि Busy हूं और जब मुझे काम होता है, पैसे चाहिए होते हैं तो बहुत प्यार से बात करता है | अब मुझे समझ नही आता कि मैं क्या करूं …