मेरा नाम Kavita है | मेरे School के मेरे एक दोस्त ने मुझे Purpose किया और मैंने उसे अपना Boy Friend बना लिया | उसे मैं 5 साल से जानती हूँ | हमारे Relation को 3 महीने हुए और मैं पढ़ाई करने Mumbai चली गयी और वो Patna चला गया | हम फ़ोन पर एक दुसरे से बात करते थे और मैं बहुत खुश थी | Mumbai में मेरी दोस्त एक Calcutta के आदमी के साथ हुयी | वो बहुत ही गुस्से वाला और अलग ही किस्म का आदमी था | हम दोनों की हर बात पे लड़ाई होती रहती थी | मैं हर लड़ाई के बारे में अपने Boy Friend को फ़ोन पर रोज़ बताती थी और वो हमेशा हसता था कि अगर तुम्हरी लड़ाई प्यार में बदल गयी तो मेरा क्या होगा और मैं उसे कहती थी कि कभी भी ऐसा नही होगा | फिर हम लड़ते-लड़ते एक अच्छे दोस्त बन गये औइर वो मेरी Feelings को समझने लगा | एक बार मेरे लिए उसने किसी से लड़ाई भी कर ली थी | लड़ाई-झगड़ा मुझे बिलकुल भी पसंद नही था | धीरे-धीरे वो मुझे अच्छा लगने लगा |
फिर एक बार दोस्तों के साथ हमारा West Bengal का Trip भी बना और वहां Calcutta में उसका घर भी था | हम वहां घूमें और बहुत सारी बातें भी की | उसने बताया कि उसकी भी Girl Friend है जो उसे बहुत पसंद करती है | वहां उसने मुझे अपनी Girl Friend से भी मिलवाया और वहां हमने एक-दुसरे का Contact भी लिया | पढ़ाई खत्म होने तक मैं उसे अच्छे से समझने लगी | अब उससे मुझे दोस्ती से भी ज्यादा था | मैं अपने Boy Friend के साथ खुश थी और इसलिए मुझे डर लगता था कि कहीं वो मुझे Purpose ना कर दे | इसलिए मैं उसे Ignore करती थी लेकिन जिसका मुझे डर व्ही हुआ | उसकी Girl Friend का मुझे फ़ोन आया और वो रोकर बोल रही थी कि उसने मुझे छोड़ दिया है क्योंकि वो अब किसी और को चाहता है | और उसने मुझे उसे समझाने को बोला और अगले ही दिन वो मुझे Purpose करने आ गया और मैं डर से अपने Friends के बीच बैठ गयी कि वो ये सब ना करे | लेकिन उसने मुझे Purpose कर ही दिया | मैंने अपने Boy Friend को ये सारी बातें बताई | मैं आज भी अपने Boy Friend के साथ हूँ | मैं अब भी सोचती हूँ कि ऐसे लगता है जैसे मेरा Boy Friend ही मेरा सबसे अच्छा दोस्त है……..