दोस्तों, मेरा नाम है राजवीर और मै आपको बताऊंगा प्यार कितनी हस्सें चीज़ है। मुझे मेरा पहला प्यार हुआ जब मै आठवीं कक्षा में मैथ्स की ट्यूशन जाता था। उस समाये मेरी मुलाकात एक हसीना से हुई। वो हसीना मनो चाँद का टुकड़ा थी। उसने मुझे कहा हेलो, मै दिन से उसके ऊपर लटू हो गया, लेकिन कोण जनता था के एक हेलो मुझे इतना भरी पढ़ेगा।
उस लड़की का एक बॉयफ्रेंड भी था जो की मेरा दुश्मन हुआ करता था। इस बात से मई बिलकुल अनजान था। फिर एक दिन उसने किसी तरह मुझे अपने प्यार में इस हद तक दीवाना बना लिया के उसे छोड़ने के बारे में मई कभी सोच भी नहीं सकता था। न जाने एक दिन उसे क्या हुआ, उसने मुझे बुलाना तो दूर, मेरे तरफ देखना भी बंद कर दिया।
फिर मई अकेला बेबस न जान की तरह हो गया। कोई भी काम में मेरा दिल नहीं लगता था। फिर इसी तरह मेरा स्कूल का एक साल ख़राब हो गया और मुझे घर से भी काफी दन्त सुनने को मिली। कुछ दिनों बाद मेरी उसके साथ पार्क में मुलाकात हुई। वो अपने बॉयफ्रेंड के साथ थी। तब मुझे पता लगा के वो मुझसे कभी भी प्यार नहीं करती थी. वो तो ढोंग था मेरी ज़िन्दगी बर्बाद करने के लिए।
दोस्तों, उस दिन मेरी आंखे पूरी तरह से खुल गयी। अगर आप में से भी कोई इस तरह के अंधे प्यार में फसा हुआ है तो उससे निकलने की कोशिश करो।
Nice Story Sir .
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me bahut samay se is par story pad rahi hu . . . .