हेलो फ्रेंड्स, मेरा नाम है प्रिया। मैं जम्मू की रहने वाली हूँ। जम्मू में मेरा एक छोटा सा घर है। उस घर में मैं, मेरा छोटा भाई, मेरी बहन और मेरे माँ पापा। हम पाँच ख़ुशी-ख़ुशी रहते थे। फिर एक दिन मेरी ज़िन्दगी ने एक अनोखा मोड़ लिया। मेरी life में सोमेश आया। सोमेश के आने के बाद कुछ अच्छा सा लगने लगा। मगर मन ही मन मेरा दिल भी घबराने लगा। फिर एक दिन मैंने उसने मुझसे अपने प्यार का इज़हार किया और मैं न चाहते हुए भी उसे हाँ कर बैठी। लेकिन वो मेरी ज़िन्दगी का सबसे बुरा दिन था। उसने मुझे सच्चे दिल से चाहा मगर मैं उसके प्यार को कभी न समझ पायी।
ये प्रेम कहानी कुछ इस तरह शुरू हुई। एक बार की बात है मैं जम्मू से जलंधर, अपनी सहेली के घर जा रही थी। जाते जाते रस्ते में मैं जिस बस से सफर कर रही थी उस बस में मेरी साथ की सीट पर सोमेश आकर बैठ गया। सोमेश और मेरी मुलाकात उसी दिन हुई। वो मेरे साथ उसी बस से जलंधर गया। मेरे पूछने पर उसने बताया की वो अपने दोस्त के घर जा रहा था। जिस तरह मैं अपनी सहेली की शादी पर उसके घर जा रही थी, उसी तरह वो भी अपने एक दोस्त की शादी पर जा रहा था।
फिर जब मैं वहां पहुंची मैंने देखा की उसी घर में वो भी आया हुआ था। मैं उसे देख कर हैरान रह गयी और मुझे लगा की शायद वो मेरा पीछा कर रहा था, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं था। मेरी दोस्त ने मुझे बताया की वो शादी ही attend करने के लिए आया हुआ है और मेरी सहेली के होने वाले husband का friend है। फिर मैं उसके साथ टकराई और उसने मुझसे पूछा “तुम यहाँ क्या कर रही हो?” मैंने उसे बताया की तुम्हारे दोस्त की शादी मेरी ही सहेली के साथ होने वाली है और ये मेरी सहेली का घर है।
इस तरह हम हर शादी के फंक्शन पर मिलते और देखते ही देखते हम एक दुसरे के अच्छे दोस्त बन गए और एक दुसरे को चाहने लगे। हमारी चाहत कब प्यार में बदल गयी ये हमें पता ही नहीं चला। अब हम रोज़ फ़ोन पर बातें किया करते, हम बहुत अच्छी तरह से एक दुसरे को जानने लगे, पहचानने लगे ओर तो ओर एक दुसरे की खुद से भी ज़्यादा care करने लगे। हम एक दुसरे को खोना नहीं चाहते थे, मगर दूर होने का दर सदा ही मुझे सताता था। फिर एक दिन मैंने उसे अपने प्यार का इज़हार किया
Really interesting
Lajawab