आज मैं आपको एक ऐसी कहानी बताने जा रही हूँ अक्सर लोग जब शादी कर लेते है तब शादी के बाद वो सोचते है की अब इस पर हमारा ही अधिकार है
आज मैं आपको कुछ ऐसी ही कहानी बताने जा रही हूँ के जब लड़की शादी करके किसी के घर जाती है तो उसे बेटी का दर्जा क्यू नहीं मिलता
मेरा नाम आरती ( बदला हुआ नाम ) है मेरी एक दोस्त है जिसका नाम है सोनिया (बदला हुआ नाम ) सोनिया की जब शादी हुई तो वो बहुत खुश थी उसके ससुराल में उसका पति और ननद है | ननद की शादी हो चुकी है और घर में सास और ससुर रहते थे पति दुकानदार है
मैं अक्सर अपनी दोस्त को फ़ोन करती हूँ , जब भी मैं उससे पूछती थी के तुम ठीक हो घर में सब अच्छे है, तो वो अक्सर कहती थी सब अच्छा है| लेकिन उसे अपने पिता के घर आये 1 साल हो गया था मैं अक्सर उसे पूछती थी के तुम आती क्यू नहीं 1 साल हो गया तो वो कोई न कोई बहाना बना देती थी |
फिर एक दिन उसकी सास घर पर नहीं थी और उसने मुझे फ़ोन किया तब उसने बताया के मैं घर आना चाहती हूँ लेकिन मेरी सास नहीं आने देती जब मैं फ़ोन पर भी बात करती हूँ तो वो गुस्सा हो जाती है तो इस लिए मैं अपने घर वालों से भी बात नहीं कर पाती |
उसने बताया के मैंने आज ही बात की थी पिता के घर जाने की लेकिन उन्होंने मनाह कर दिया ये कह कर के उनकी बेटी आ रही है छुटियाँ काटने तो घर पर काम कौन करेगा ? तो मैं इस बार भी नहीं आ सकती इतने में उसका पति आ गया और उसने सारी बातें सुन ली
उन्होंने सोनिया (बदला हुआ नाम ) से पूछा के उदास क्यू हो सोनिया ने कुछ न कहा
शाम को जब सोनिया (बदला हुआ नाम ) की सास वापिस आई तो सोनिया के पति ने कहा के सोनिया कुछ दिनों के लिए अपने मायके जा रही है ये सुन कर उसकी सास को गुस्सा आ गया सास ने बोला के मैंने मन्नाह किया था ,और अब तू आया है उसकी बात को मनवाने तब सोनिया के पति ने अपनी माँ को समझाया के जिस तरह आपकी बेटी आपके लिए सब कुछ है उसी तरह उसके माँ बाप का भी उस पर हक़ है आप उसे उसके माँ बाप से मिलने के लिए मन्नाह नहीं कर सकते अगर आपकी बेटी को कोई इस तरह रोके कहीं आने जाने न दे तो आप क्या करती
ये सुन कर उसकी सास की आँखे खुल गयी और उन्होंने उसे जाने की इजाजत दे दी और सोनिया ने ये सारी बात मुझे बताई