मेरा नाम रजत है।यह कहानी आज से २ साल पहले कि हैं। जब में बी॰काम करा था।मेरे २ दोसत थे ।दोनों ने मुझसे एक बात छुपाई थी । पहले में आपको एक दोसत कि कहानी बताता हूँ बाद में दूसरे दोसत की कहानी बताता हूँ लेकिन दूसरे दोसत की कहानी के लिऐ आपको ईंतज़ार करना पढ़ेगा थोड़ा सा। चलो आऱमभ करे कहानी जो है इस परकार से।
काफि दिनों तक वो मुझे मिले नहीं ।एक दिन फिर वो लड़का मेरे घर आया ।रोहित ने मुझे बताया कि वह एक लड़की से पयार करता है। वो लड़की भी हमारी जमात में पढ़ती थी। उन दोनो कि कहानी अब कुछ इस परकार से है ।एक दिन उस लड़की ने उस से कापी मांगी तौ उसने दे दी।वो लड़की भी काफी खूबसु़रत थी। उसके पिछे काफि लड़के पढ़े हुऐ थे।
जब उसने ने कापी दी तो वह काफी खुश हुआ फिर वह कभी उस से किताब या कापी मांग़ता या कभी लड़की माग़ती। ऐसे उन दोनों के बीच चलता रहा। फिर एक दिन उसने लड़की को कांलेज के पाक॔ में बुलाया लेकिन वह लड़की नहीं आई ।
उस ने उस दिन उसका ५ बजे तक ईंतज़ार किया पर वह लड़की नहीं आई। जब कांलेज के गेट बदं हो गऐ तो उसे जाना पढ़ा ।अगले दिन जब वह लड़की कांलेज में आई तो रोहित ने पूछा ताे उसने कहा कि जो बात करनी है यहीं पर कर लौ तो रोहित ने उसे अपने दिल की बात बताई तो लड़की ने उसे मना कर दिया।
उसका दिल पूरी तरह टूट गिया था। वो काफी दिनों तक कांलेज नहीं आया । इस परकार रोहित और वह लड़की तीन साल ईकटठे पढ़े पर कभी भी बात नही की।सायद रोहित सब कुछ भूल चुका है। उसके बारे में। उमीद है आपको कहानी अचछी लगी होगी।
कोई गलती हो तो माफ करें।