हेलो, फ्रेंड्स आज मई आपके साथ अपनी लव स्टोरी डिसकस करने जा रही हूँ। दोस्तों मेरा नाम है मिनाक्षी, मैंने आज तक कभी अपनी लाइफ में प्यार के सही मायने नहीं समझे थे। मगर मुझे वो समझ आये जब मैं सिद्धार्थ के साथ प्यार करने लगी। सिद्धार्थ के आ जाने पर मेरी ज़िन्दगी पूरी तरह से बदल गया थी. मैं सिद्धार्थ को कॉलेज में मिली थी। जब मैंने उसे पहली बार देखा तो वो मुझे बिलकुल भी ाचा नहीं लगता था। उसकी एक वजह थी और वो थी के उसकी पुराणी आदत थी के हर लड़की को देख कर उसके बारे में अच्छी -अच्छी बातें कहना।
ये काम उसने मेरे साथ भी किया। जब भी वो मुझे मिलता, मेरे गन गैन गाने शुरू कर देता। मगर मुझे ये सब बिलकुल भी मंज़ूर नहीं था। मैंने सोचा के क्यों न उसे मज़ा चखाया जाये। उसके लिए मैंने नए तरीके ढूंढे और अपनी दोस्त के साथ मिलकर उसे कॉलेज के एक रूम में बंद कर दिया। जब मैंने उसे बंद किया तो वो कमरे में बैठ कर अकेला रोने लगा। जब मैंने उसे कमरे से दो घंटे बाद बहार निकला तो वो मुझसे बात नहीं कर रहा था। न ही उसने मुझ पर गुस्सा किया। मैं दर गयी मुझे लगा पता नहीं अब वो क्या करेगा क्योंकि वो कुछ भी नहीं बोल रहा था। फिर कुछ दिन बीत गए। अब वो किसी भी लड़की की तारीफ नहीं कर रहा था। और न ही वो मेरे साथ बात कर रहा था।
मुझे उसकी चिंता होने लगी। एक दिन उसने मुझसे कहा के वो मुझे बहुत प्यार करता है। मुझे लगा शायद वो मज़ाक है मगर वो सच था। मई उसके प्यार में पढ़ गयी। कुछ दिन बीत जाने के बाद वो मुझे बोलै की वो सब एक नाटक था। उसने मुझे कहा “ये तो बदला था मुझे कमरे में बंद करने का और तुम सच समझ बैठी” ये सब सुन कर मेरा दिल बिलकुल टूट गया और मैं कुछ न कर सकी। तो दोस्तों ये थी मेरी दर्द भरी प्रेम कहानी। पहले तो मुझे प्यार पर विश्वास नहीं था और जब हुआ तो प्यार ने ही मुझे धोखा दे दिया।