हेलो फ्रेंड्स,मैं हूँ कशिश और आज मैं आपको अपने दोस्त की कहानी सुनाने जा रहा हूँ। मेरे दोस्त का नाम है। एक बार मेरे दोस्त को गरिमा नाम की लड़की से प्यार हो गया। प्यार होते ही उसने गरिमा को फ़ोन कॉल करके अपने प्यार का इज़हार कर दिया। मगर उस लड़की ने पहले उसको फ़ोन पर बहुत गालियां दी लेकिन अगले दिन उसी लड़की ने बैक कॉल की। उस दिन कशिश बहुत खुश हुआ। उसकी ख़ुशी का कोई ठिकाना ही नहीं था। वो दोनों मिले और उनके प्यार की पटरी चल पड़ी।
कुछ महीने यूँ ही हस्ते-हस्ते बीत गए। बाद में उन दोनों के बीच तकरार रहने लगी। वो तकरार कब प्यार में बदल गयी इस बात का पता ही नहीं लगा। एक दिन दोनों के बीच इतनी लड़ाई हुई की दोनों का रिश्ता टूटने तक आ गया। फिर मैंने जाकर किसी तरह उनकी सुलह करवाई। उस दिन सुलह तो हो गयी लेकिन कुछ दिन बीत जाने के बाद वही तकरार और रूखापन शुरू हो गया। युवराज ने रिश्ते को सँभालने की बहुत कोशिश की मगर गरिमा हर रोज़ नया बहाना ढूंढ़ती जिससे उनकी तकरार उनके रिश्ते को ख़तम करे।
फिर एक दिन ऐसा आया जब कशिश ने खुद उस रिश्ते को ख़तम कर दिया क्योंकि वो रोज़-रोज़ का कलेश नहीं चाहता था। बाद में उसे पता लगा की गरिमा युवराज को छोड़कर सौरभ के पास जाना चाहती थी क्योंकि सौरभ बहुत ही आमिर था और उसके पास काफी शोहरत थी। ये सुनकर युवराज का दिल टूट गया और उसने खुद को बहुत कोसा। आज भी कभी जब वो गरिमा की बात करता है तो उसका दुःख देखकर मेरी आँखों में भी आंसूं आ जाते है।
Mere dost me kuch likhana chahtA hu
Teri chaht tujhe le dubegi ek pal ke liye
Bas yad Kar lena mujhe, us pal ke liye ,
Me hazir ho jauga ,
Ek dil ke liye,
Mana me, ki Tum Chhod Gaye mujhe, ek pal ke liye,
Per nigahe dundthi rahi har pal ke liye,
Kya tars khae is takdir ne
Palke bhi , mudne mana Kar diya, har pal ke liye
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Written by roshan kumar…….