एक दिन अपने माता पिता के नाम कर के तो देखो | moral story |

कई ऐसे लोग है जिनके माता पिता पुराने विचारो वाले होंगे | जब हम बड़े हो जाते है और लोगो के बीच बैठना उठना आम बात हो जाती है कॉलेज में विद्यार्थियों के साथ , नौकरी में स्टाफ के साथ, शादी में रिश्तेदारों के साथ, अपने जन्मदिन पर दोस्तों के साथ | लेकिन इन सब जब जगह पर जाने के लिए हम एक चीज भूल जाते है | और वो है अपने माता पिता | अक्सर देखा जाता है की कुछ लोग कही भी जाने के लिए अपने माता पिता साथ ले जाना शर्म महसूस करते है | कॉलेज में जब कही टीचर कह दे आपके माता पिता से मिलने के लिए तो ज्यादातर बच्चे इस बात पर कोई न कोई बहाना तैयार रखते है | कही माता या पिता जिस तरह से घर पर हमे बोलते है डांटते है वैसे ही बाहर न बोले | इसी तरह हम अपने जन्मदिन पर भी अपने दोस्तों के साथ होटल , क्लब ,या किसी सुंदर जगह पर जा कर जश्न मनाते है | जिसके लिए हम पैसे घर वालो से लेते है और उन्हें ही अपने साथ ले कर नहीं जाते |
कुछ लोग इस पोस्ट को पढ़ कर कहेंगे की नहीं हम तो ऐसा नहीं करते | तो आप एक सवाल का जवाब दो की जब हम किसी होटल में या मॉल में जाते है तो वहां सिर्फ लड़के और लड़के की संख्या ज्यादा होती है माता पिता साथ क्यों नहीं होते | कुछ लोग तो झूठ बोल कर आते है जाते कॉलेज और घूमते मॉल में | लेकिन सब लोग ऐसे ही नहीं होते कुछ लोग सच बोल कर भी जाते है |
लेकिन मुद्दा ये नहीं के आप मॉल में जाते है मुद्दा ये है की अगर आपके माता पिता आपको अपनी हर ख़ुशी में शामिल करते है तो आप उन्हें अपने साथ ले जाने में शर्म क्यों करते है |
मेरा जन्मदिन था और मैंने अपने परिवार को कही घुमाने के बारे में सोचा | मैं अपने माता पिता को एक मॉल में ले गयी | और सच माने वो दिन मेरी जिंदगी का सबसे अच्छा दिन था पता है क्यों ? जिस तरह से हमे माता पिता बचपन में चलना सिखाते है उस दिन मैंने अपने माता पिता वो जगह दिखाई जहा वो कभी नहीं गए हो | उन्हें कदम कदम पर बताना की इसको कैसे इस्तेमाल करना है लिफ्ट वाली पोरियो पर कैसे चढ़ना है | जब आप अपने परिवार को कुछ सिखाते हो तो आपकी पढ़ाई मूल्य उसी दिन पड़ जाता है | सभी लोग मेरी तरफ देख रहे थे | कुछ मुस्कुरा रहे थे कुछ यु ही इशारे कर रहे थे |
लेकिन मुझे उस समय अपने माता पिता की चेहरे की ख़ुशी के आगे किसी की परवाह न थी | मैंने उन्हें वो सब खिलाया जो हम अपने दोस्तों के साथ खाते |
उन्हें खाने में थोड़ी दिकत तो आ रही थी लेकिन मैंने उन्हें कहा की आप जैसे चाहे खा सकते है | माल में एक स्टाफ था जिन्हो ने मुझे मेरे परिवार के साथ join किया क्यों की उन्हें अच्छा लग रहा था | उन्होंने मुझे कहा की ” बेटा काश सब तुम्हारी तरह होते क्यों की यहाँ तो ज्यादातर couple को आते देखा या फिर वो परिवार जिन्होंने अपने आप को इस समाज के साथ ढाल लिया हो | ” मैंने अपने सभी परिवार की तस्वीरें भी ली और उसे पोस्ट किया | आस पास के सब माँ से पूछ रहे थे आप कहा गए थे मेरा माँ उस दिन बहुत खुश थी | और वो सबको बता रही थी के हम जन्मदिन मनाने गए थे मॉल में |
सच में उस दिन मैं बहुत खुश थी और असल में मुझे लगा की आज मेरा जनम दिन है दोस्तों आप भी बिना किसी की परवाह किये अपने परिवार को अपने माता पिता को ऐसी जगह ले कर जाये जहा वो कभी गए न हो ताकि उन्हें भी लगे की आप उसके साथ है | और वो भी इस दुनिया के रंग देख सके |
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